बैंकिंग सेक्टर में नौकरी प्राप्त करना कई युवाओं का सपना होता है। इस सेक्टर में अच्छे करियर के अवसर, आकर्षक वेतन, और सामाजिक प्रतिष्ठा जैसी खूबियाँ हैं। बैंकिंग में नौकरी पाने की प्रक्रिया में लिखित परीक्षा के बाद ग्रुप डिस्कशन (GD) एक महत्वपूर्ण चरण होता है। ग्रुप डिस्कशन के माध्यम से उम्मीदवार की कम्युनिकेशन स्किल्स, नेतृत्व क्षमता, तर्कशक्ति, और समूह में काम करने की क्षमता का परीक्षण किया जाता है। इस दौरान विभिन्न विषयों पर चर्चा होती है, जिनमें से प्रमुख तीन श्रेणियाँ हैं – करंट अफेयर्स, वित्तीय क्षेत्र, और सामाजिक मुद्दे। इस लेख में, हम इन टॉपिक्स को विस्तार से समझेंगे और उनके महत्व को जानेंगे।
करंट अफेयर्स से जुड़े टॉपिक्स
1. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और उसकी भूमिका
AI तकनीक आज हर सेक्टर में प्रवेश कर चुकी है, चाहे वह बैंकिंग हो, स्वास्थ्य सेवा हो, या शिक्षा। इस टॉपिक पर चर्चा के दौरान, उम्मीदवारों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे AI के विभिन्न पहलुओं जैसे मशीन लर्निंग, डेटा प्रोटेक्शन, और ऑटोमेशन की समझ दिखाएँ। इसके साथ ही AI के फायदे और नुकसान जैसे कि बेरोजगारी, डेटा सिक्योरिटी, और मानव कौशल की महत्वता पर विचार करने की क्षमता भी प्रदर्शित करें।
2. भारत की G20 अध्यक्षता
2023 में भारत G20 का अध्यक्ष बना, जो एक बड़ी वैश्विक उपलब्धि है। इस टॉपिक पर ग्रुप डिस्कशन के दौरान उम्मीदवारों से यह जानने की अपेक्षा होती है कि G20 क्या है, इसका वैश्विक अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ता है, और भारत ने अध्यक्षता के दौरान कौन से मुद्दों पर जोर दिया है। इसमें सतत विकास, जलवायु परिवर्तन, और वित्तीय स्थिरता जैसे प्रमुख मुद्दे शामिल हो सकते हैं।
3. क्लाइमेट चेंज और इसके प्रभाव
वर्तमान समय में जलवायु परिवर्तन एक महत्वपूर्ण विषय है। बैंकिंग सेक्टर में इसका प्रभाव पर्यावरण अनुकूल वित्तीय साधनों और सस्टेनेबल इन्वेस्टमेंट पर दिखाई दे रहा है। इस टॉपिक पर उम्मीदवारों से चर्चा के दौरान यह उम्मीद की जाती है कि वे जलवायु परिवर्तन के विभिन्न पहलुओं जैसे कार्बन उत्सर्जन, ग्रीन फाइनेंसिंग, और सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (SDGs) पर बात करें।
4. महिलाओं की भागीदारी में वृद्धि
वर्तमान समय में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी का मुद्दा भी कई बार ग्रुप डिस्कशन में सामने आता है। चाहे वह राजनीति हो, विज्ञान हो, या फिर बैंकिंग, इस पर चर्चा के दौरान उम्मीदवारों से महिलाओं की स्थिति में सुधार, लैंगिक समानता, और सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियानों जैसे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ पर चर्चा की अपेक्षा की जाती है।
5. भारत की बढ़ती डिजिटल इकोनॉमी
डिजिटलीकरण का प्रभाव भारतीय अर्थव्यवस्था पर गहरा है। इस टॉपिक पर चर्चा के दौरान उम्मीदवारों से UPI, डिजिटल बैंकिंग, क्रिप्टोकरेंसी, और कैशलेस इकोनॉमी जैसे मुद्दों पर विचार व्यक्त करने की उम्मीद की जाती है। इसके अलावा, डिजिटल धोखाधड़ी और साइबर सुरक्षा पर भी चर्चा की जा सकती है।
वित्तीय क्षेत्र से जुड़े टॉपिक्स
1. डिजिटल बैंकिंग और फिनटेक का उदय
डिजिटल बैंकिंग (digital banking) और फिनटेक (fintech) ने बैंकिंग उद्योग में क्रांति ला दी है। इस टॉपिक पर उम्मीदवारों से अपेक्षा की जाती है कि वे डिजिटल बैंकिंग के लाभ जैसे तेजी से लेन-देन, कागज रहित सेवाएँ, और फिनटेक के माध्यम से नई सेवाओं की सुविधा पर चर्चा करें। साथ ही, डिजिटल बैंकिंग से जुड़े साइबर सुरक्षा मुद्दों और डिजिटल एक्सक्लूजन पर भी चर्चा की जा सकती है।
2. नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) और इसका समाधान
बैंकों के लिए NPA एक बड़ा मुद्दा है, और यह बैंकिंग सिस्टम की स्थिरता को प्रभावित करता है। इस टॉपिक पर चर्चा करते समय, उम्मीदवारों को यह समझ होनी चाहिए कि NPA क्या है, इसका बैंकिंग पर क्या प्रभाव पड़ता है, और इसे नियंत्रित करने के लिए सरकार और बैंकों द्वारा उठाए गए कदम जैसे ‘इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड’ और ‘SARFAESI एक्ट’ पर भी चर्चा हो सकती है।
3. क्रिप्टोकरेंसी और RBI का दृष्टिकोण
क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) बैंकिंग सेक्टर में एक नए तरीके का वित्तीय साधन बनकर उभरी है। इस टॉपिक पर चर्चा करते समय, उम्मीदवारों को क्रिप्टोकरेंसी के फायदों और जोखिमों पर ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा, भारत में RBI और सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी के नियमन पर उठाए गए कदमों पर चर्चा भी अपेक्षित होती है।
4. Merger और Acquisition का बैंकिंग पर प्रभाव
बैंकों का मर्जर और अधिग्रहण वित्तीय स्थिरता के लिए एक प्रमुख कदम है। इस टॉपिक पर चर्चा के दौरान उम्मीदवारों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे बैंकों के मर्जर के लाभ जैसे कि ऑपरेशनल एफिशिएंसी, ग्राहक सेवा में सुधार, और पूंजी की उपलब्धता पर चर्चा करें। इसके अलावा, मर्जर के बाद कर्मचारियों की स्थिति और प्रतिस्पर्धा पर इसके प्रभाव का भी विश्लेषण किया जा सकता है।
5. माइक्रोफाइनेंस और वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion)
माइक्रोफाइनेंस ने ग्रामीण क्षेत्रों और निम्न आय वर्ग के लोगों तक बैंकिंग सेवाएँ पहुँचाने में अहम भूमिका निभाई है। इस टॉपिक पर चर्चा के दौरान उम्मीदवारों से यह उम्मीद की जाती है कि वे माइक्रोफाइनेंस के लाभ, इसमें जुड़े जोखिम, और इसके माध्यम से वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रमों पर चर्चा करें।
सामाजिक मुद्दों से जुड़े टॉपिक्स
1. शिक्षा का अधिकार और इसकी चुनौतियाँ
भारत में शिक्षा का अधिकार कानून (Right to Education) के तहत हर बच्चे को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा का प्रावधान है। इस टॉपिक पर चर्चा के दौरान उम्मीदवारों को शिक्षा प्रणाली की चुनौतियों, शिक्षकों की कमी, इंफ्रास्ट्रक्चर, और ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शिक्षा की असमानता पर विचार व्यक्त करना चाहिए।
2. बेरोजगारी और स्किल डेवलपमेंट
बेरोजगारी भारत में एक गंभीर मुद्दा है, विशेष रूप से युवाओं के बीच। इस पर चर्चा करते समय, उम्मीदवारों को भारत की बेरोजगारी दर, सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम्स जैसे प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) और मेक इन इंडिया के तहत युवाओं के लिए रोजगार सृजन के उपायों पर चर्चा करनी चाहिए।
3. स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और चुनौतियाँ
भारत में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच और गुणवत्ता एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। इस टॉपिक पर चर्चा के दौरान उम्मीदवारों से यह उम्मीद की जाती है कि वे भारत की हेल्थकेयर प्रणाली की वर्तमान स्थिति, सरकारी योजनाओं जैसे ‘आयुष्मान भारत’ और ‘स्वच्छ भारत अभियान’, और हेल्थ इंश्योरेंस की स्थिति पर चर्चा करें।
4. महिलाओं की सुरक्षा और लैंगिक समानता
महिलाओं की सुरक्षा और लैंगिक समानता (gender equality) के मुद्दे पर ग्रुप डिस्कशन में अक्सर चर्चा की जाती है। उम्मीदवारों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए कानूनों, सामाजिक संरचनाओं में लैंगिक भेदभाव, और महिला सशक्तिकरण के लिए चलाए जा रहे सरकारी और गैर-सरकारी अभियानों पर चर्चा करें।
5. बाल श्रम और बाल अधिकार
भारत में बाल श्रम (child labor) अभी भी एक बड़ा मुद्दा है। इस टॉपिक पर चर्चा के दौरान उम्मीदवारों को बाल श्रम के कारणों, इसके उन्मूलन के लिए उठाए गए कदमों, और बाल अधिकारों की सुरक्षा के लिए कानूनी ढांचे पर चर्चा करनी चाहिए। इसके साथ ही, शिक्षा और आर्थिक सुरक्षा के माध्यम से बच्चों के जीवन स्तर में सुधार की दिशा में किए गए प्रयासों पर भी बात होनी चाहिए।
6. पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास
पर्यावरण संरक्षण आज के समय का एक प्रमुख सामाजिक मुद्दा है। इस पर चर्चा के दौरान उम्मीदवारों को पर्यावरण प्रदूषण, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन, और प्राकृतिक संसाधनों के अति उपयोग पर विचार व्यक्त करना चाहिए। इसके साथ ही, पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली और सतत विकास के लिए चलाए जा रहे अभियानों पर चर्चा हो सकती है।
7. वृद्धजन और उनकी समस्याएँ
भारत में बढ़ती वृद्धजन जनसंख्या और उनकी समस्याएँ जैसे सामाजिक बहिष्कार, आर्थिक असुरक्षा, और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी इस टॉपिक का प्रमुख हिस्सा हो सकते हैं। इस पर चर्चा करते समय उम्मीदवारों से अपेक्षा की जाती है कि वे वृद्धजनों के लिए चलाए जा रहे सरकारी योजनाओं, वृद्धाश्रम की स्थिति, और समाज में वृद्धजनों की भूमिका पर विचार रखें।
8. समान नागरिक संहिता
समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) का मुद्दा भी बैंकिंग जॉब्स में ग्रुप डिस्कशन का एक महत्वपूर्ण टॉपिक हो सकता है। इस पर चर्चा के दौरान उम्मीदवारों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे भारत के संविधान के अनुच्छेद 44, धर्म और व्यक्तिगत कानूनों, और समान नागरिक संहिता की आवश्यकता और चुनौतियों पर अपने विचार व्यक्त करें।
बैंकिंग नौकरियों के चयन में ग्रुप डिस्कशन के दौरान पूछे जाने वाले विषयों की तैयारी करना न केवल आपकी जानकारी को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि आप बैंकिंग सेक्टर और समाज से जुड़े मुद्दों के प्रति कितने जागरूक हैं। करंट अफेयर्स, वित्तीय क्षेत्र, और सामाजिक मुद्दों पर अच्छी पकड़ रखने से न केवल आपके विचारों में स्पष्टता आती है, बल्कि आपको एक जिम्मेदार और जागरूक उम्मीदवार के रूप में भी प्रस्तुत करता है।
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